अगर आपकी हाल में शादी हुई है या आप शादी करने जा रहे हैं तो आपके लिए आगे की लाइफ की प्लानिंग करना बेहद जरूरी है. इस प्लानिंग में आप अपने पार्टनर को जरूर शामिल करें. हम आपको 10 ऐसे कदमों के बारे में बता रहे हैं जिनके जरिए आप अपने लिए सुखी एवं समृद्ध जीवन की नींव रख सकते हैं.
साझा फैसले
शादी के बाद फाइनेंशियल प्लानिंग हो या इन्वेस्टमेंट से जुड़े फैसले यह सभी फैसले आपको अपने पार्टनर के साथ डिस्कस करके ही करने चाहिए. शादी के आप आप जो भी फैसले करते हैं यह आपके पार्टनर को भी प्रभावित करते हैं. ऐसे में अब आप कोई भी फैसले पार्टनर को विश्वास में लेकर ही करें.
ज्वाइंट सेविंग अकाउंट
जब आप फाइनेंशियल प्लानिंग या इन्वेस्टमेंट से जुड़े फैसले मिल कर कर रहे हैं तो आपका एक ज्वाइंट सेविंग अकाउंट भी होना चाहिए. इससे आप दोनों को अपनी सेविंग के बारे में बेहतर आइडिया रहेगा.
नॉमिनेशन
शादी के पहले आपके सेविंग अकाउंट, पीएफ अकाउंट या इन्श्योरेंस में माता पिता नॉमिनी रहे होंगे. शादी के बाद आप इसे अपडेट कर सकते हैं. आप अपने पार्टनर को नॉमिनी के तौर पर अपडेट करा सकते हैं.
हेल्थ इन्श्योरेंस
अगर आप ने अब तक हेल्थ इन्श्योरेंस नहीं कराया है तो शादी के बाद आप ज्वाइंट हेल्थ इन्श्योरेंस के ऑप्शन पर विचार कर सकते हैं. आने वाले समय में जब आपके परिवार में नए सदस्य का आगमन होगा तो आप उसे भी हेल्थ इन्श्योरेंस पॉलिसी में एड करा सकते हैं.
टर्म इन्श्योरेंस
शादी के बाद आप टर्म इन्श्योरेंस के विकल्प पर विचार कर सकते हैं. टर्म इन्श्योरेंस कम प्रीमियम में ज्यादा लाइफ कवर देता है. आप जितनी जल्द टर्म इन्श्योरेंस कराते हैं यह उतना ही सस्ता पड़ता है. टर्म इन्श्योरेंस कवर पॉलिसीधारक की आकस्मिक मौत होने पर परिवार को एक निश्चित रकम कवर के तौर पर मुहैया कराता है.