भले ही आप पौष्टिक आहार ले रहे हों, पर जिन बरतनों का इस्तेमाल कर रहे हैं, यदि वही स्वच्छ नहीं हैं तो आप की हैल्दी डाइट कोई माने नहीं रखता. पहले लोग राख से बरतन साफ करते थे. पर हैरानी की बात है कि जो खुद ही स्वच्छ नहीं, वह किसी चीज को साफ कैसे कर सकती है. फिर बाजार में साबुन की टिकिया आई जिसे लोग बरतन साफ करने के लिए इस्तेमाल करने लगे एक ही स्क्रबर से बारबार टिकिया को घिसने और बरतन साफ करने के कारण गंदगी स्क्रबर के बीच में ही घुसी रहती है.
टिकिया से बरतन साफ करने के बाद भी उस के कण बरतनों में चिपके रह जाते हैं. कुछ लोग डिटरजैंट पाउडर का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन यह काफी दाग नहीं छुड़ता है. यदि बरतन पूरी तरह साफ न हुए हों तो उन में चिपके कीटाणु हमारे पेट में भी चले जाते हैं, जिस से पेट में इन्फैक्शन, डायरिया, कौलरा जैसी घातक बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है.
अपनाइए कुछ नया
बरतनों को अच्छी तरह और कम मेहनत से धोने की इच्छा आज हर महिला की है. इसी जरूरत को ध्यान में रखते हुए बाजार में आधुनिक तरीकों से बने लिक्विड क्लीनर पेश किए गए हैं. इन से बरतनों को साफ करना आसान बन गया है.
आधुनिक तकनीक
आमतौर पर सभी लिक्विड क्लीनर बैलेंस्ड पीएच फार्मूले से बने होते हैं. इन्हें बनाने के लिए लाइम और विनेगर का इस्तेमाल किया जाता है. ये बरतनों को पारंपरिक साधनों से बेहतर साफ कर सकते हैं. ऐंटीबैक्टीरियल होने के कारण ये बरतनों को जर्मफ्री बनाते हैं आमतौर पर लिक्विड क्लीनरों में टाक्ंिसस का इस्तेमाल नहीं होता, इसलिए ये पूरी तरह से सुरक्षित होते हैं. जिद्दी दागों व तले से जलने के कारण बरतनों पर दागधब्बे पड़ जाते हैं, जो देखने में बहुत भद्दे लगते हैं लेकिन लिक्विड क्लीनर ऐसे कैमिकल्स से बनाए जाते हैं, जिन से जिद्दी दाग भी हट जाते हैं.